एंजियोग्राफी की मदद से फेफड़ों में खून के प्रवाह का आकलन करने की कोशिश की जाती है। फ्लोरोसीन एंजियोग्राफी का प्रयोग आँखों के रेटिना से सम्बन्धित समस्याओं के लिये किया जाता है। इसके अलावा किडनी और कोरोनरी की भी एंजियोग्राफी की जाती है। एंजियोग्राफी कितने…