Why twin pregnancy chances are more in IVF treatment
आईवीएफ उपचार में जुड़वां गर्भधारण की संभावना अधिक क्यों होती है?
IVF में जुड़वा बच्चे होने की संभावना किस प्रकार बढ़ जाती है?
- जब एक स्त्री प्राकृतिक रूप से माँ बनती है तो जुड़वा बच्चे होने की समभावना केवल 6% होती है |
- परन्तु, अगर गर्भ्र IVF तकनीक के द्वारा धारण किया जा रहा हो , तो यह समभावना बढ़कर 40 से 50 % हो जाती है| इसका कारण है, पहली बार में बच्चा करने का प्रयास|
- कई जोड़े बार बार टेस्ट ट्यूब बेबी की कीमत को नहीं भर सकते, तो उनकी तरफ से डॉक्टरों को यह अपील होती है, की किसी भी तरह पहले ही प्रयास में सफलतापूर्वक गर्भ धारण किया जाये| उस समय IVF के डॉक्टर एक समय पर एक से अधिक तैयार किये गए भ्रूण स्त्री के गर्भ में स्थापित कर देते है|
- इससे न केवल गर्भ धारण की सम्भावना बढ़ती है अपितु जुड़वा बच्चे होने की समभावना भी बढ़ जाती है|
IVF प्रक्रिया किस तरह जुड़वा बच्चे करने में सहायता करती है?
- सबसे पहले हम जानते है IVF होता क्या है? यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो उन जोड़ो को बच्चा करने में सहायता करती है जो पिछले एक साल या उससे भी अधिक से बच्चा प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे है|
- इस प्रक्रिया को कई भागों में बांटा गया है| सबसे पहले तो स्त्री को कुछ दवाइयों की सहायता से अच्छे अंडे बनाने में मदद दी जाती है|
- अंडे जैसे ही mature हो जाते है तो उन्हें शरीर से बाहर निकाल लिया जाता है|
- फिर मर्द को अपने वीर्य का sample देना होता है|
- उसमें से अच्छे शुक्राणुओं को धो कर अंडे के साथ मिलाया जाता है, और भ्रूण का निर्माण किया जाता है| इस भ्रूण को ४ से ५ दिनों के बाद स्त्री के गर्भाशय में स्थानांतरित कर दिया जाता है|
किन लक्षणों से पता लगता है की आप जुड़वा बच्चों की माँ बनने वाली हो?
उच्च एचसीजी स्तर ट्विन प्रेगनेंसी के समय आपका HCG स्तर बहुत बढ़ जाता है|
पीरियड्स से पहले पॉजिटिव प्रेगनेंसी यदि आपको पीरियड्स से पहले ही प्रेगनेंसी के रिजल्ट्स पॉजिटिव मिलते है, तो समझ जाइये ये जुड़वा बच्चे होने की निशानी है|
वजन बढ़ना यदि महिला का वजन बहुत ज़्यादा बढ़ने लग जाये, तो इससे जुड़वा बच्चे होने की आशंका पक्की हो जाती है|
गर्भाशय की तीव्र वृद्धि यदि पेट की लंबाई सामान्य वृद्धि से अधिक है, तो यह भी जुड़वा बच्चे होने का संकेत है।
आईवीएफ जुड़वां बच्चे होने के कारण क्या है?
- आईवीएफ प्रक्रिया, जुड़वां बच्चे होने का कारण हो सकती है। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है, गर्भ में कितने भ्रूण स्थानांतरित किए जा रहे हैं।
- आईवीएफ (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) की प्रक्रिया के दौरान डॉक्टरों द्वारा एक ही समय में कई अंडे फर्टलाइज किए जाते हैं और निषेचित किए गए एग को यूटरस मे डाला जाता है। इस तरह फर्टिलिटी ट्रीटमेंट में ट्विन्स होने की संभावना बढ़ जाती है।
- वहीं आईयूआई (IUI) प्रोसेस में सिरिंज द्वारा महिला के गर्भाशय में स्पर्म डाले जाते हैं। इसके जरिए प्रेग्नेंसी में जुड़वां बच्चे होने की संभावना बढ़ जाती है।
- हालांकि, इसके लिए महिलाओं को प्रजनन दवाएं लेने की भी जरूरत पड़ती है।
आईवीएफ में कितना खर्च आता है?
- 90,000 से 1,25,000 रुपए का खर्च।
आईवीएफ के लिए कौन से डॉक्टर को दिखाए?
- Gynecologists
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This video Covers the information about:
Why is IVF treatment more likely to lead to twin pregnancies? How does IVF increase the chances of having twins? How does the IVF procedure help in having twins? What are the signs that indicate that you are pregnant with twins? What are the causes of having twins after IVF? Which doctor to see for IVF?
PUBLISHED BY HEALTHS RAINBOW