शिशुओं के लिए ठोस आहार की डायट कब शुरू करनी चाहिए?

15 Likes Comment Views : 1497

Solid food diet for babies

शिशुओं के लिए ठोस आहार की डायट कब शुरू करनी चाहिए?

solid diet

शिशुओं के लिए ठोस आहार की डायट देना शुरू करना चाहिए इसको लेकर माता-पिता कंफ्यूज रहते हैं। लेकिन, क्या बच्चे का दूध से सॉलिड फूड का सफर मां के लिए आसान होता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि माता-पिता को कब तक इंतजार करना चाहिए। पेरेंट्स को बच्चे के छह महीने का ना होने तक का इंतजार करना चाहिए। दूध और फॉर्मूला मिल्क लेने के बाद बच्चों को लगभग 6 महीने बाद ही सॉलिड फूड पर स्विच करना चाहिए। सॉलिड फूड मां के दूध या फॉर्मूला की तरह पौष्टिक नहीं होता हैं। बच्चों को इसे निगलने में भी परेशानी होती है और समय से इसे पहले देने बच्चे को एक्जिमा और एलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।

 

शिशुओं के लिए ठोस आहार का सही समय कैसे जानें?

  • चार से छह महीने के अंदर आपका शिशु अपने मुंह से भोजन को गले तक ले जाने के लिए विकास करना शुरू कर देता है।
  • उसका अपने सिर पर नियंत्रण बेहतर होता है। आप क्या खा रहें उसमें बच्चे की दिलचस्पी बढ़ सकती है और अगर आप शिशु को खाना ऑफर करेंगे, तो बच्चा मुंह खोलकर खाने में रुचि दिखाएगा।
  • ये संकेत हैं कि बच्चा अब लिक्विड डायट से सॉलिड फूड की तरफ बढ़ने को तैयार है।
  • बच्चे की खाने में दिलचस्पी होना यह बताता है कि बच्चा बड़े परिवर्तन के लिए तैयार हो रहा है और एक बार जब आपका बच्चा तैयार हो जाता है, तो आप इसे शुरू कर सकते हैं।

शिशुओं के लिए ठोस आहार क्या है?

  • शिशु के खानपान के बारे में डफरिन हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सलमान का कहना है कि शिशु के खाने की शुरूआत लाइफ फूड से करना चाहिए।
  • फिर ठोस डायट शुरू करना चाहिए। नवजात शिशुओं के लिए ठोस आहार की डायट शुरू करने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि ठोस आहार क्या है।
  • जन्म के छह माह तक नवजात शिशुओं को सिर्फ मां का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, जैसे-जैसे उनके शरीर का विकास होता है, वैसे-वैसे उनके शरीर के पोषण के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थों की जरूरते भी बढ़ने लगती हैं।
  • जैसे सामान्य तौर पर हम और आप या कोई भी व्यस्क व्यक्ति खाता है। हालांकि, इसका यह अर्थ नहीं है कि छह माह के बाद आप अपने लिए तैयार किया हुआ भोजन शिशु को खिलानाशुरू कर दें।
  • शिशुओं के लिए ठोस आहार से तात्पर्य है उनके शरीर को उचित पोषण देना। इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि छह माह के बाद शिशुओं के दूध के दांत निकलने शुरू हो सकते हैं। जो इतने सख्त नहीं होते हैं कि वो खाने को अच्छे से चबा सकें।
  • इसीलिए आप अपने शिशु के ठोस आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं, जिसे चाबने के लिए बच्चे को अधिक मेहनत न करनी पड़े। जैसे- सूप, जूस, हलवा, दलिया, ओट्स, फ्रूट्स, उबली हुई सब्जियां आदि।

 

शिशु को ठोस आहार कब और कितना खिलाना चाहिए?

  • अगर आपका नवजात बच्चा छह माह का है, तो आप उसके डायट में ठोस आहार की मात्रा सिर्फ एक बड़ा चम्मच ही शामिल करें। जिसे दिन में दो बार खिला सकते हैं।
  • इसके बाद शिशु के डायट और पाचन क्रिया के आधार पर आप इसे दो से चार चम्मच भी कर सकते हैं।

शिशुओं के लिए ठोस आहार की हेल्दी डायट क्या है?

  • ज्यादातर डॉक्टर माता-पिता से कहते हैं कि वे अपना बेबी सॉलिड फूड बना सकते हैं। अपने बच्चे को सही खाने की शुरुआत करने के लिए फलों, सब्जियों और अनाज से शुरु करें।
  • यहां आपके बच्चे के लिए अच्छे, पौष्टिक और ठोस भोजन के विकल्प बताए गए हैं, जिसे आप आसानी से बच्चे को दे सकते हैंः
  • आप ब्राउन राइस से शुरू करें। ये जरूर देखें कि आपका बच्चा दूध के बाद किसी दूसरे टेक्सचर को अपना सकता है। बच्चा ब्रेस्टफीडिंग का आदी है और इसकी तुलना में उसे चावल अलग लग सकते हैं।
  • सबसे पहले आपका बच्चा खाने के बाद उसे पलट सकता है या उसे निगलने में सक्षम नहीं हो सकता है। शुरुआत में बच्चे के लिए चावलों की कंसीटेन्सी को पहले पतला रखने की कोशिश करें, फिर इसे धीरे-धीरे इसे गाढ़ा करें।
  • केले, सेब या नाशपाती को उसकी डायट में एड करें।
  • स्क्वैश, मटर और गाजर जैसी सब्जियां भी बच्चों को दें।

शिशुओं के लिए ठोस आहार और सेफ्टी टिप्स क्या है?

बच्चे को सॉलिड फूड देते समय इन सावधानियों को ध्यान में रखें

  • शिशु का भोजन जो 48 घंटे से अधिक समय तक खुले में रखा है, तो उसे वह खाना ना खिलाएं, साथ ही डिब्बे में स्टोर किया हुआ खाना भी शिशु को ना दें।
  • गाजर, बीट, शलजम या पालक से बनी प्यूरी से बचें, क्योंकि इनमें वेज नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है।
  • आपके द्वारा गर्म किए गए किसी भी खाने की चीज को ठीक से ठंडा करें और बच्चे को खिलाने से पहले उसका तापमान जांचें।
  • नट, बीज, किशमिश, हार्ड कैंडी, अंगूर, कड़ी कच्ची सब्जियां, पॉपकॉर्न, पीनट बटर और हॉट डॉग पहले साल अपने बच्चे को इन खाने की चीजों को देने से बचें।
  • उन खाद्य पदार्थों से बचें जिनसें ज्यादा एलर्जी का खतरा हो सकता है जैसे भैंस का दूध, अंडे, नट्स, पीनट बटर (इसे निगलना भी मुश्किल है), ताजा स्ट्रॉबेरी, मछली और दूसरे सी-फूड।

RELATED VIDEO

  1. Best source of iron : https://youtu.be/1j5lM7Abhgo
  2. Carbohydrates rich fruits : https://youtu.be/4SbJgsflQAE
  3. Benefits and harms of apricots  :  https://youtu.be/Mwf_ILPqrw4

RELATED ARTICLE

  1. Benefits of iron fruits : https://www.healthyvedics.com/blog/2022/02/06/
  2. Carbohydrates rich fruits : https://www.healthyvedics.com/blog/2022/02/06/
  3. Benefits and harms of apricots : https://www.healthyvedics.com/blog/2021/12/11/

 

VISIT OUR WEBSITE 

  1. https://www.healthsrainbow.com/
  2. https://www.healthyvedics.com/

This video Covers the information about:

When should you start the solid food diet for babies? How to know the right time of solid food for babies? What is solid food for babies? When and how much solid food should be given to baby? What is a healthy diet of solid food for babies? What is solid food and safety tips for babies?

PUBLISHED BY HEALTHS RAINBOW

You might like

About the Author: healthsrainbow

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »