Galactosemia
गैलेक्टोसेमिया क्या है?
गैलेक्टोसेमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर चीनी को मेटाबोलाइज यानी पचाने में सक्षम नहीं होता है। गैलेक्टोसेमिया (Galactosemia) से प्रभावित व्यक्ति किसी भी प्रकार के डेयरी उत्पादों को पचाने में असमर्थ होते हैं। ऐसे लोगों को गैलेक्टोज यानी मिठास युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। डेयरी उत्पाद और दूध शरीर में गैलेक्टोज के जमा होने का कारण बनता है। इससे लिवर, गुर्दे, आंखों और मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है।
गैलेक्टोसेमिया के लक्षण क्या हैं?
गैलेक्टोसेमिया के लक्षण (Symptoms of Galactosemia) कुछ इस प्रकार सामान्य हैं-
- वजन में कमी (Weight loss) आना
- कमजोरी (Weakness) और सुस्ती
- थकान महसूस होना
- दूध पीने से मना करना
- चिड़चिड़ापन (Irritating) महसूस होना
- जल्दी सीख न पाना
- ठीक से बोल न पाना
- लिवर पर नेगेटिव प्रभाव पड़ना
- पीलिया (Jaundice) होना
- मूत्र का पीला होना
- पीली आँखें (Yellow Eye) होना
- मतली और उल्टी
- दस्त (Diarrhea)
इन लक्षणों के साथ-साथ गैलेक्टोसेमिया के अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। इसलिए इन लक्षणों को इग्नोर ना करें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
गैलेक्टोसेमिया के कारण क्या हैं?
यह एक आनुवांशिक बीमारी है। अगर मां और पिता को ये बीमारी होती है तो बच्चे को भी होने की पूरी संभावना होती है। यह एक जैनेटिक डिसऑर्डर (Genetic disorder) है। यदि माता-पिता में से किसी को ये है तो फिर यह डिजीज बच्चे को भी हो सकता है।
- डेयरी उत्पादों में मौजूद लैक्टोज (Lactose) को लैक्टेज नामक एंजाइम ग्लूकोज (Enzyme glucose) और गैलेक्टोज में विभाजित कर देता है। जिससे शरीर इन खाद्य पदार्थों को तुरंत पचा लेता है।
- एंजाइम की कमी
- लैक्टेज एंजाइम की कमी, गैलेक्टोसेमिया 2 (Galactosemia Type 2) से पीड़ित रोगी में पाई जाती है।
गैलेक्टोज कब विषाक्त (Toxic) हो जाता है-
- गैलेक्टोज की ज्यादा मात्रा यकृत, गुर्दे, दिमाग (Brain) की बीमारी के साथ आंख की रोशनी जाने का कारण बनती है।
गैलेक्टोसेमिया का परीक्षण कैसे किया जा सकता है?
- यूरिन परीक्षण (Urine test)
यूरिन परीक्षण से किन चीजों के बारे में पता चलेगा?
- अमीनो अम्ल
- यूरिन में कीटोन
- यूरिन में गैलेक्टोज का ज्यादा होना
- इसके अलावा डॉक्टर खून की जांच भी कर सकता है।
गैलेक्टोसेमिया का इलाज कैसे करें?
- इसके लिए सबसे पहले बच्चे को डेयरी प्रोडक्ट देना बंद कर दें।
- दिए गए लक्षणों में कुछ दिखे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- दूध भी गैलेक्टोसेमिया (Galactosemia) बीमारी वाले बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है।
- ये बीमारी अनुवांशिक होती है इसलिए जन्म के समय ही बच्चे के टेस्ट कराने चाहिए।
- इसके अलावा कोई भी जानकारी के लिए डॉक्टर आपका मार्गदर्शन कर पाएंगे।
गैलेक्टोसेमिया का घरेलु उपाए क्या है?
ये जीवन शैली और घरेलू उपचार आपको गैलेक्टोसेमिया से निपटने में मदद
दिला सकते हैं—
- किसी भी प्रकार के डेयरी उत्पाद (Dairy product) से बचें
- स्तनपान (Breastfeeding) कराने से बचें
- भोजन से लैक्टोज और गैलेक्टोज (Galactosemia) को हटा दें।
- डेयरी उत्पाद की तरह प्रोटीन (Protein)-विटामिन (Vitamin) और कैल्शियम वाली अन्य चीजें
- बच्चों को खिलाएं।
- सोया खिलाएं
- मांस का सेवन कराएं
- लैक्टोज-मुक्त (Lactose free) खाना खिलाएं
- कैल्शियम (Calcium) की खुराक दें
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