क्लॉडिकेशन के सामान्य लक्षण क्या हैं?

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Claudication

क्लॉडिकेशन क्या है?

Claudication

अगर चलते-फिरते समय अचानक आपकी जांघ या पैरों की मांसपेशियों में दर्द (Muscles pain) होता है, तो इसका मतलब आपको क्लॉडिकेशन की समस्या हो सकती है। क्लॉडिकेशन की समस्या अक्सर एक्सरसाइज करने से होती है। दरअसल, एक्सरसाइज के दौरान आपकी मांसपेशियों में बहुत कम रक्त प्रवाह होने के कारण क्लॉडिकेशन (Claudication) दर्द होता है। इस स्थिति को आंतरायिक क्लॉडिकेशन (Intermittent claudication) भी कहा जाता है

क्लॉडिकेशन के सामान्य लक्षण क्या हैं ?

क्लॉडिकेशन के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:—

  • व्यायाम करते समय दर्द महसूस हो सकता है। इस दौरान आप अपने पैरों, जांघों और कूल्हों में दर्द या बेचैनी महसूस कर सकते हैं। दुर्लभ मामलों में आपके हाथों में भी क्लॉडिकेशन (Claudication) हो सकता है।
  • रह रहकर या बार-बार दर्द का शुरू होना। यह दर्द इतना बढ़ जाता है, कि आप कोई काम भी नहीं कर पाते हैं।
  • आराम करने पर भी आपको दर्द की महसूसता हो सकती है। जैसे-जैसे आपकी स्थिति गंभीर होती जाती है तो बैठने या लेटने पर भी आप अपने पैरों में दर्द (Pain) महसूस कर सकते हैं।
  • यदि रक्त प्रवाह में कमी आ जाती है तो पैरों की उंगलियां सफेद पड़ने लगती हैं। उंगलियां छूने पर ये एकदम ठंडी रहती हैं। इससे पैर या उंगलियों के निचले हिस्से में घाव भी हो जाता है।
  • पैरों में दर्द के साथ जलन भी महसूस हो सकती है।
  • शरीर में कमजोरी (Weakness) आ जाती है।
  • इसमें आपकी काल्फ, जांघों, नितंबों, कूल्हों और पैरों में दर्द होता है।
  • इस स्थिति में आपके कंधे, बाइसेप्स और फोरआर्म्स में भी दर्द हो सकता है।
  • इस दौरान हो रहा दर्द, आराम करने के तुरंत बाद ठीक हो जाता है।
  • यह दर्द समय के साथ और अधिक गंभीर हो सकता है। आपको आराम करने के बाद भी दर्द शुरू हो सकता है।

इसके अन्य लक्षण में शामिल है?

  • त्वचा का ठंडा होना।
  • गंभीर दर्द होना।
  • त्वचा के रंग में परिवर्तन।
  • घाव, जो जल्दी ठीक नहीं होते।

क्लॉडिकेशन के कारण क्या हैं?

इसके कारण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:-

  • इस समस्या में आपके पैरों में धमनी के ब्लॉक होने के कारण अकड़न हो जाती है।
  • ज्यादा फैटी पदार्थों के खाने और कैल्शियम (Calcium) की कमी के कारण धमनी में ब्लॉकेज हो सकता है।
  • पैरों में खून का प्रवाह धीमा होने के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी ब्लड सर्कुलेशन स्लो हो सकता है। जिसमें महाधमनी, कमर या पेट शामिल हैं।
  • ये आपके पेट या पैर में उभरी हुई धमनी के कारण हो सकता है।
  • ये क्षतिग्रस्त नसों (परिधीय न्यूरोपैथी) के कारण हो सकता है।
  • नैरो स्पाइनल कैनाल (स्पाइनल स्टेनोसिस) के कारण हो सकते हैं।

क्या चीजें हैं जो क्लॉडिकेशन के जोखिम को बढ़ा सकती हैं?

ऐसी कई प्रकार की चीजें है, जो इसके जोखिम को बढ़ा सकती है। इतना ही नहीं क्लॉडिकेशन और भी कई तरह के रोगों को जन्म देने का कारण भी बन सकता है। इसलिए सही समय पर इसका इलाज करना बेहद आवश्यक होता है। क्लॉडिकेशन होने के कई जोखिम कारक इस प्रकार से हैं, जैसे:

  • धूम्रपान (Smoking) अधिक करना
  • कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) ज्यादा होना
  • ब्लड प्रेशर ज्यादा होना
  • शरीर का वजन बढ़ना
  • डायबिटीज (Diabetes) की समस्या
  • उम्र 70 साल से ज्यादा हो गई हो

क्लॉडिकेशन का परीक्षण कैसे किया जा सकता है?

इसका परिक्षण निम्नलिखित तरह से किया जा सकता है। जैसे:

  • इसमें डॉक्टर आपके शरीर की पूरी जांच करेंगे।
  • डॉक्टर आपके हाथों और ब्लड प्रेशर चेक करेंगे।
  • इसके लिए वह हाथ-पैरों का अल्ट्रासाउंड भी करवा सकते हैं।
  • इसके लिए एंकल-ब्राचियल इंडेक्स (एबीआई)भी करवा सकते हैं।
  • पेट या पैरों की धमनियों की जांच स्टेथोस्कोप के जरिए की जा सकती है।
  • इसमें MRA (Magnetic resonance angiography) भी करवा सकते हैं।
  • इसमें CTA (Computed tomography angiography) स्कैन भी करवा सकते हैं।
  • पैरों में कितना ब्लॉकेज है ये जानने के लिए एक्स-रे भी करवाया जा सकता है।

क्लॉडिकेशन का इलाज कैसे करें?

इस शारीरिक परेशानी को दूर करने करने के लिए निम्नलिखित तरह से हेल्थ एक्सपर्ट इलाज कर सकते हैं। जैसे-

  • क्लॉडिकेशन (Claudication) के उपचार से बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। जीवनशैली में बदलाव जैसे धूम्रपान छोड़ना और नियमित व्यायाम करने से भी पैरों की अकड़न चली जाती है।
  • पैरों में जमने वाले खून के थक्कों को कम करने के लिए डॉक्टर एस्पिरिन (Aspirin) लेने की सलाह दे सकता है।
  • खून के थक्कों को खत्म करने के लिए अन्य दवाएं हैं— क्लोपिडोग्रेल, डिपाइरिडामोल और टिक्लोपिडीन।
  • इसके अलावा डॉक्टर आपके कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कम करने के लिए एक दवा (स्टेटिन) भी लिखेगा।
  • क्लॉडिकेशन और धमनी रोग के मामले ज्यादा गंभीर होते हैं। उन्हें एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता हो सकती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो एक पतले ट्यूब का उपयोग करके धमनियों को चौड़ा करती है।
  • इससे पैरों में रक्त का प्रवाह फिर से शुरू हो जाता है।
  • आपका डॉक्टर सर्जरी करवाने के लिए भी कह सकता है।

क्लॉडिकेशन के घरेलू उपाय क्या हैं?

धूम्रपान (Smoking) बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

  • नियमित रूप से वर्कआउट (Workout) करें। रेगुलर व्यायाम करने से आपको बहुत राहत मिलेगी। व्यायाम करने से शरीर की नसें और मांसपेशियां खुल जाती हैं और खून का संचार होने लगता है।
  • पैदल चलना (Walking) भी जरूरी है। रोजाना वॉक करने की आदत डालें।
  • समय-समय पर अपने कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की जांच कराते रहें।
  • कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने पर डॉक्टर से पूछकर अपने आहार में बदलाव करें। तेल-मसाला और स्ट्रीट फूड (Street food) के सेवन से बचें।
  • बिना डॉक्टर की जांच के कोई भी दवा न लें।
  • इस बीमारी के दौरान पंजों और पैरों को चोट लगने से बचाएं।

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