How To Manage Thin Skin
थिन स्किन क्या है?
उम्र के बढ़ने, सन डैमेज, दवाईयों और लाइफस्टाइल फैक्टर्स के कारण त्वचा थिन हो जाती है। अगर ऐसा होता है तो इसे रिवर्स तो नहीं किया जा सकता। लेकिन, कुछ तरीकों अपनी स्किन को प्रोटेक्ट किया जा सकता है और कॉम्प्लीकेशन्स से भी बचा जा सकता है। हाथों की थिन स्किन बेहद सामान्य है। लेकिन, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बाजु और टांगों की स्किन भी पतली हो जाती है। पतली स्किन में नील आसानी से पड़ जाते हैं। इस स्किन को थिन्निंग स्किन (Thinning skin) या फरजायल स्किन (Fragile skin) भी कहा जाता है। जब किसी को यह समस्या होती है, तो उसकी स्किन टिश्यू पेपर जैसी दिख सकती है, जिसे क्रेपी त्वचा के नाम से जाना जाता है।
थिन स्किन के लक्षण और कारण क्या है?
- स्किन थिन होने पर व्यक्ति की त्वचा इतनी ट्रांसपेरेंट हो जाती है कि उनकी नसों, हड्डियों और टेंडॉन्स आदि को साफ-साफ देखा जा सकता है।
- यही नहीं, यह स्किन बहुत जल्दी डैमेज भी हो जाती है।
- छोटी सी चोट लगने पर भी त्वचा पर नील आदि देखे जा सकते हैं।
थिन स्किन को कैसे मैनेज करें, इससे पहले इसके कारणों के बारे में भी पता होना चाहिए जो इस प्रकार हैं
- एजिंग
- सनलाइट
- स्मोकिंग एंड ड्रिंकिंग
होम ट्रीटमेंट से थिन स्किन को कैसे मैनेज करें?
- अपनी स्किन को बचाने के लिए फुल स्लीव्स की शर्ट और लॉन्ग पैंट पहनें।
- घर के बाहर काम करते हुए अपनी स्किन को बचाने के लिए कपड़ों की डबल लेयर पहनें, ताकि त्वचा को कोई नुकसान न हो।
- अगर आपकी त्वचा बेहद नाजुक है तो इसे प्रोटेक्ट करने के लिए कपड़ों के नीचे रोल्ड गॉज बेन्डेजेज rolled gauze bandages लगाएं।
- घर से बाहर निकलते हुए कम से कम 30 SPF सनस्क्रीन को अवश्य अप्लाई करें।
- अपनी त्वचा को अच्छे से मॉइस्चराइज्ड करना न भूलें।
कई फैक्टर्स स्किन की एजिंग प्रोसेस को बढ़ा सकती हैं जिसमें स्किन का पतला होना भी शामिल है। इन रिस्क फैक्टर्स में एनवायर्नमेंटल फैक्टर्स भी शामिल हैं। इसके साथ ही शरीर में अंदरूनी बदलाव भी इसका कारण बन सकते हैं जैसे हॉर्मोन लेवल फ्लक्चुएशन (Hormone level fluctuations)। इन रिस्क फैक्टर्स से त्वचा को बचाना बेहद जरूरी है। यह रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं:
- सन एक्सपोजर (Sun exposure)
- अल्ट्रावॉयलेट लाइट के आर्टिफिशियल सोर्सेज
- एनवायर्नमेंटल पोल्यूटेंट्स (Environmental pollutants)
- जेनेटिक्स (Genetics)
- स्मोकिंग (Smoking)
- मेनोपॉज (Menopause)
थिन स्किन को कैसे मैनेज करें?
स्किन हेल्थ के लिए न्यूट्रिशन
न्यूट्रिशन और स्किन हेल्थ के बारे में की गई स्टडी के अनुसार हेल्दी डायट से भी झुर्रियों, ड्रायनेस आदि समस्याओं को कम करने में मददगार हो सकती है। हेल्दी त्वचा के लिए अपने आहार में इन चीजों को शामिल करें:
- सब्जियां (Vegetables)
- ऑलिव ऑयल (Olive oil)
- फलियां (Legumes)
- फ्रेश और होल फ्रूट्स (Fresh, whole fruits)
- विटामिन ए युक्त फूड और सप्लीमेंट्स (Vitamin A Foods or supplements)
- फिश ऑयल सप्लीमेंट्स (Fish oil supplement)
मेडिकल ट्रीटमेंट से थिन स्किन को कैसे मैनेज करें?
थिन स्किन की समस्या उम्र के बढ़ने के कारण होती है। इसमें आमतौर पर मेडिकल अटैंशन की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन, कुछ मामलों में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। यह मामले इस प्रकार हैं:
- स्किन का बहुत अधिक ड्राय या इचि होना
- दर्द या परेशानी का अनुभव करना, जो प्रीवेंटेटिव मेजर्स से कम न हों
- स्किन का बहुत जल्दी टियर (Tear) होना
- त्वचा में ऐसी कोई भी समस्या होना, जो जल्दी ठीक न हों
थिन स्किन के लिए कौन–से डॉक्टर को दिखाए?
- Dermatologists
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What is Thin Skin? What are the Symptoms and Causes of Thin Skin? How To Manage Thin Skin? Which Doctor To See For Thin Skin?
PUBLISHED BY HEALTHS RAINBOW