वीर्य विश्लेषण क्यों किया जाता है?

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Semen Analysis

वीर्य विश्लेषण क्या है?

Semen Analysis

वीर्य विश्लेषण (Semen Analysis), इसे शुक्राणु संख्या भी कहा जाता है जोकि पुरुषों के वीर्य और शुक्राणु की मात्रा और गुणवत्ता को मापता है। वीर्य, पुरुषों के यौन क्रिया करने के दौरान उनके लिंग से निकलने वाला गाढ़ा, सफेद द्रव होता है। जिसे रस्खलन भी कहा जाता है। पुरुषों के वीर्य में शुक्राणु कोशिकाएं होती हैं जो आनुवंशिक होती हैं। जब पुरुष का शुक्राणु कोशिका महिला से अंडे के साथ मिलती है, तो यह एक भ्रूण (एक अजन्मे बच्चे के विकास का पहला चरण) बनाती है।

वीर्य विश्लेषण क्यों किया जाता है?

  • अगर किसी पुरुष में बांझपन की समस्या होती है तो वीर्य विश्लेषण की मदद से ऐसा होने के कारण का पता लगाया जाता है।
  • साथ ही अगर किसी पुरुष ने नसंबदी कराई है तो वह कितना सफल रहा है इसका पता लगाने के लिए भी यह टेस्ट किया जाता है।
  • पुरुष नसबंदी सर्जिकल प्रक्रिया होती है जो सेक्स के दौरान स्पर्म रिलीज को गर्भधारण करने से रोकता है।
  • ऐसे दंपत्ति जो पिछले 12 महीने से गर्भधारण करने में असफल हो रहें हैं, तो उनके पुरुष साथी को वीर्य विश्लेषण की आवश्यकता हो सकती है।
  • इसके अलावा हाल ही में नसबंदी कराने वाले पुरुषों को भी इस टेस्ट की आवश्यकता होती है, ताकि वो यह जान सके कि उनके नसबंदी की प्रक्रिया कितनी सफल हुई है।

वीर्य विश्लेषण की तैयारी कैसे करे?

  • इस टेस्ट के लिए आपको किस तरह की तैयारी करनी चाहिए इसकी जानकारी आप अपने डॉक्टर से ले सकते हैं। टेस्ट के सफल परिणाम पाने के लिए इन निर्देशों का पालन करेः
  • टेस्ट कराने से पहले 24 से 72 घंटे तक वीर्य स्खलन से बचें।
  • टेस्ट कराने से 2 से 5 दिन पहले कोकीन और मारिजुआना जैसे शराब, कैफीन और ड्रग्स का सेवन न करें।
  • अपने डॉक्टर की सलाह अनुसार किसी भी हर्बल दवा का सेवन न करें।
  • अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार किसी भी हार्मोन दवा का सेवन न करें।
  • अगर किसी दवा का इस्तेमाल करते हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को इसकी जानकारी दें।

वीर्य विश्लेषण कैसे किया जाता है?

  • इस टेस्ट के लिए पुरुष को अपने डॉक्टर को वीर्य का नमूना देना होता है।
  • जिसके बाद दो बातों का खास ख्याल रखना होता है। पहला, वीर्य को शरीर के तापमान पर रखा जाना चाहिए। अगर यह बहुत गर्म या बहुत ठंडा होता है, तो टेस्ट के नजीते गलत हो सकते हैं। दूसरा, वीर्य को शरीर से बाहर आने के 30 से 60 मिनट के अंदर टेस्ट किया जाना चाहिए।
  • यह टेस्ट घर में भी किया जा सकता है। हालांकि, यह केवल शुक्राणुओं की संख्या का ही पता लगाने के लिए ही किया जा सकता है। यह शुक्राणु की गतिशीलता या उसके आकार का विश्लेषण नहीं करता है।
  • घर पर टेस्ट कराने के परिणाम आमतौर पर 10 मिनट के अंदर मिल सकते हैं। इस टेस्ट से सामान्य स्पर्म काउंट (20 मिलियन शुक्राणु प्रति मिलीलीटर वीर्य) की गणना नहीं होती है, क्योंकि यह पुरुष बांझपन के सभी संभावित कारणों का पता नहीं लगा सकता है।
  • अगर आप अपनी प्रजनन क्षमता के बारे में चिंतित हैं, तो हमेशा लैब टेस्ट ही करवाना सबसे अच्छा विकल्प रहता है। लैब टेस्ट आपकी प्रजनन क्षमता का सही औऱ सटीक परिणाम देता है।

वीर्य विश्लेषण के बाद क्या होता है?

  • वीर्य का नमूना एकत्र होने के बाद, टेस्ट के परिणाम आने में 24 घंटे से एक सप्ताह का समय लग सकता है।
  • अगर वीर्य विश्लेषण के बारे में आपका कोई प्रश्न हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

वीर्य विश्लेषण के लिए कौनसे डॉक्टर को दिखाए?

  • Gynecologists

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