ऑक्युलर हायपरटेंशन के क्या कारण हैं?

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Ocular Hypertension

ऑक्युलर हायपरटेंशन क्या होता है?

Ocular Hypertension

ऑक्युलर हायपरटेंशन उसे कहते हैं जब आंखों के अंदर का प्रेशर जिसे इंट्राकुलर प्रेशर कहते हैं काफी हाय हो जाता है। इससे एक या दोनों आंखें प्रभावित हो सकती हैं। इंट्राऑक्युलर प्रेशर 11 से 21 (mmHg) को नॉर्मल प्रेशर माना जाता है। (21 mmHg) से ज्यादा होने पर इसे इंट्राऑक्युलर हायपरटेंशन कहा जाता है। ऑक्युलर हायपरटेंशन ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचा सकता है, आंख के अंदर ऊंचा दबाव होने से ग्लूकोमा का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, ओकुलर हायपरटेंशन वाले सभी लोगों में ग्लूकोमा विकसित नहीं होगा।

ऑक्युलर हायपरटेंशन के क्या कारण हैं?

  • आंखों का आगे का हिस्से में फ्लूइड रहता है जिसे एक्वोइस ह्यूमर (Aqueous humor) कहते हैं।
  • यह इस एरिया के टिशूज को पोषण देने और आंख से शेप को मेंटेन रखने में मदद करता है।
  • चूंकि आंखें इस फ्लूइड को लगातार बनाती हैं इसका सूखना जरूरी है। यह फ्लूइड सूखने की प्रक्रिया आंख के एक क्षेत्र में होती है। जिसे ड्रेनेज एंगल कहा जाता है।
  • यह ड्रेनेज सिस्टम एक्वोइस ह्यूमर के बिल्डअप को रोकर आय प्रेशर को मैनेज करने में मदद करता है। जब यह पूरा तरह सूख नहीं पता तो यह इकठ्ठा हो जाता है।
  • यह आंखों में प्रेशर बढ़ाने के साथ ही ऑक्युलर हायपरटेंशन (Ocular Hypertension) का कारण बनता है।

ऑक्युलर हायपरटेंशन के रिस्क फैक्टर्स क्या हैं?

किसी को भी ऑक्युलर हायपरटेंशन (Ocular Hypertension) हो सकता है, लेकिन निम्न कंडिशन होने पर रिस्क बढ़ जाता है।

  • हाय ब्लड प्रेशर या डायबिटीज होने पर
  • ऑक्युलर हायपरटेंशन या ग्लूकोमा की फैमिली हिस्ट्री
  • 40 से अधिक उम्र होने पर
  • पहले कभी आय इंजरी या सर्जरी का इतिहास होने पर
  • लंबे समय से स्टेरॉइड दवाओं का उपयोग

ऑक्युलर हायपरटेंशन का निदान कैसे किया जाता है?

  • डॉक्टर इंट्राऑक्युलर प्रेशर को मेजर करने के लिए सिंपल टेस्ट करते हैं। जिसे टोनोमेट्री (Tonometry) कहा जाता है।
  • टोनोमेट्री के जरिए आंख के अंदर के प्रेशर को मेजर किया जाता है। यह मेजरमेंट दोनों आंखों से दो से तीन बार लिया जाता है। क्योंकि इंट्राऑक्युलर प्रेशर हर व्यक्ति में घंटे दर घंटे अलग हो सकता है।
  • इसलिए मेजरमेंट अलग-अगल समय जैसे सुबह और रात को लिया जा सकता है। दोनों आंखों के प्रेशर के बीच 3 mm Hg या इससे अधिक ग्लूकोमा हो सकता है।
  • टोनोमेट्री टेस्ट करते हुए डॉक्टर ग्लूकोमा के संकेत को भी चेक कर लिया जाता है। साथ ही डॉक्टर ऑप्टिक नर्व (Optic nerve) को भी एग्जामिन कर सकते हैं और पेरिफेरल विजन (Peripheral vision) को भी।

ऑक्युलर हायपरटेंशन ट्रीटमेंट क्या है?

  • मेडिकल ट्रीटमेंट
  • मेडिकेशन
  • सर्जरी

ऑक्युलर हायपरटेंशन के लिए कौनसे डॉक्टर को दिखाए?

  • Otolaryngologists

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