ट्रांस्फरिन टेस्ट क्यों किया जाता है?

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TRANSFERRIN TEST

ट्रांस्फरिन टेस्ट क्या होता है?

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यह टेस्ट खून में ट्रांस्फरिन का स्तर जानने के लिए किया जाता है! ट्रांस्फरिन लिवर के द्वारा बनाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन होता है! यह आयरन से जुड़कर उसे शरीर के विभिन्न अंगो में पहुंचाने का काम करता है! आयरन की कमी होने पर ट्रांस्फरिन अधिक मात्रा में बनने लगता है! शरीर में मौजूद आयरन काफी मात्रा में इस प्रोटीन से होता है, इसीलिए ट्रांस्फरिन टेस्ट आयरन के स्तर पर नज़र रखने में भी मदद करता है!

 

ट्रांस्फरिन टेस्ट क्यों किया जाता है?

आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया विकसित होने पर डॉक्टर ट्रांस्फरिन टेस्ट करवाने की सलाह देते है! भोजन द्वारा पर्याप्त मात्रा में आयरन न मिलने या शरीर से अधिक खून बहने के कारण शरीर में आयरन की कमी हो सकती है! यह समस्या आमतौर पर गर्भवती महिलाओ में देखि जाती है!

एनीमिया के लक्षण है:

  • अत्यधिक थकान और कमज़ोरी
  • सिर दर्द
  • चक्कर आना
  • शरीरिक क्रियाएँ करते हुए दिल की धड़कनो का तेज हो जाना और सांस फूलना
  • चिड़चिड़ापन होना
  • नाख़ून नाज़ुक हो जाना और भोजन खाने का मन करना भी एनीमिया के कुछ लक्षण हो सकते है, जो कभी-कभार दिखाई दे सकते है!

किसी व्यक्ति में आयरन की अधिक मात्रा होने पर भी यह टेस्ट करवाने की सलाह दी जा सकती है! शरीर के ऊतकों और खून में आयरन का अधिक जमाव समय के साथ-साथ और भी बढ़ता रहता है! यह आमतौर पर निम्न समस्याए पैदा कर देता है:

  • वज़न घटना
  • ऊर्जा की कमी
  • जोड़ो का दर्द
  • कमज़ोरी
  • थकान
  • पेट दर्द

ट्रांस्फरिन टेस्ट की तैयारी कैसे करे?

  • इस टेस्ट के लिए कोई विशेष तैयारी करने की आवयश्यकता नहीं पड़ती है! यदि आप किसी प्रकार की दवा खा रहे है या कोई विटामिन सप्लीमेंट्स आदि ले रहे है, तो टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर को इस बारे में पूरी जानकारी दे देनी चाहिए!
  • यदि आप कोई दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के ले रहे है या फिर किसी नशीली दवा या पदार्थ का सेवन करते है, तो इस बारे में भी डॉक्टर को टेस्ट करवाने से पहले ही बता देना चाहिए!

 

ट्रांस्फरिन टेस्ट कैसे  किया  जाता  है?

  • ट्रांस्फरिन टेस्ट करने के लिए बांह की नस से खून का सैंपल निकला जाता है और खून को निकलने के लिए एक स्वच्छ सुई का इस्तेमाल किया जाता है!
  • ट्रांस्फरिन टेस्ट एक प्रकार का ब्लड टेस्ट होता है, जिससे कुछ छोटे-मोठे जोखिम भी जुड़े हो सकते है जैसे चक्कर आना, त्वचा से खून बहना और
  • इंजेक्शन वाली सुई से संक्रमाद होना आदि! कुछ लोगो को ब्लड सैंपल निकालते समय चुभन जैसा दर्द महसूस हो सकता है, हालाँकि यह थोड़ी देर बाद ठीक हो जाता है!


NORMAL RANGE

The normal range for transferrin is 204 to 360 mg/dl. If you have a higher amount, you may have iron-deficiency anemia. If you have a lower level, you may have another problem, such as liver disease and hemolytic anemia.

 

ट्रांस्फरिन टेस्ट के लिए कौन से डॉक्टर को दिखाए?

General Physicians

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