डबल मार्कर टेस्ट क्या है?

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DOUBLE MARKER TEST

डबल मार्कर टेस्ट क्या है?

DOUBLE MARKER TEST

डबल मार्कर टेस्ट/ Double Marker test in Hindi प्रसव पूर्व किया जाने वाला स्क्रीनिंग टेस्ट है जो गर्भावस्था के पहले तिमाही में किया जाता है। यह आपके भ्रूण में होने वाले क्रोमोसोमल विषमता की संभावना का आकलन करने के लिए किया जाता है। यह इस बात का भी पता लगाने में मदद करता है कि आपके होने वाले बच्चे को डाउन सिंड्रोम या trisomy18 जैसी कोई बीमारी तो नही है जो मूल रूप से क्रोमोसोमल विकारों से होती हैं।

डबल मार्कर टेस्ट कैसे किया जाता है ?

  • एक इलास्टिक बैंड अपने बांह के ऊपर चारों ओर लिपटा जाता है।
  • आपके हाथ में जहाँ सुई इंजेक्ट की जायगी उसे एक विशेष प्रकार के जेल से साफ़ किया जाता है।
  • सुई के साथ एक ट्यूब जुडी होती है जिसमे रक्त लिया जाता है।
  • रक्त की प्राप्त मात्रा निकालने के बाद सुई वापस निकाल ली जाती है।
  • रक्तस्राव को रोकने के लिए bandage लगा दी जाती है।

डबल मार्कर टेस्ट के ख़तरे और दुष्प्रभाव क्या हैं?

  • Double Marker टेस्ट मां के रक्त से किया जाने वाला परीक्षण है जिसके कारण उनके भ्रूण को कोई ख़तरा नही होता है। इससे गर्भपात या अन्य गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं का कोई खतरा नहीं है।
  • इंजेक्शन वाली जगह पर छोटी सी खरोंच आ सकती है।
  • बहुत कम मामलों में, नस में सूजन हो सकती है। जिसे दिन में एक दो बार सिकाई करके सही कर सकते है।
  • अगर आप रक्तस्राव या थक्के जैसी समस्या से पीड़ित हैं या एस्पिरिन की तरह रक्त पतला करने की दवा लेते हैं, तो खून का नमूना लेने से पहले अपने डॉक्टर को ज़रूर बताएं।

डबल मार्कर टेस्ट कराने से पहले क्या पता होना चाहिए?

डबल मार्कर टेस्ट से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना जरूरी है:

  • अगर आप किसी अन्य दवा का इस्तेमाल करते हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं।
  • अपनी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में डॉक्टर को हर जानकारी दें।
  • इस टेस्ट की सटीकता आपके डॉक्टर के कुशल अनुभव और टेस्ट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों पर निर्भर करती है। हालांकि, यह टेस्ट खर्चीली होती है। इसलिए, यह टेस्ट करवाना हर किसी के लिए संभव नहीं होता है।
  • इस टेस्ट काफी महंगा है यही कारण है कि इस टेस्ट की सिफारिश डॉक्टर तभी करते हैं जब उन्हें व्यक्ति की स्थिती गंभीर मालूम होती है।
  • उच्च लागत और महंगे उपकरणों की जरूरतों के कारण, ये परीक्षण देश के सभी शहरों में उपलब्ध नहीं हैं। आपको इस टेस्ट की जरूरत है या नहीं, इसकी जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

डबल मार्कर टेस्ट की नॉर्मल रेंज क्या है?

  • डबल मार्कर टेस्ट की नॉर्मल रेंज 25,700 से 2,88,000 mIU प्रति मिली के बीच होनी चाहिए।

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