EAR DISCHARGE
कान बहना क्या है?
कान से तरल पदार्थ का स्राव होने की क्रिया को कान बहना या ओटोरिया कहा जाता है। कान से बहने वाले तरल पदार्थ पतला, पानी जैसा, खून के समान, सफेद और पस जैसा हो सकता है। हालांकि यह कान बहने के कारणों पर निर्भर करता है। ज्यादातर समय कान से मैल का स्राव होता है। ईयर वैक्स कान में स्वतः बनता है और यह बैक्टीरिया और धूल से कान की सुरक्षा करता है। लेकिन कान में किसी कारण से इंफेक्शन या अन्य समस्या होने के कारण कान बहने लगता है।
कान बहने के क्या कारण है?
- कान में किसी बाहरी पदार्थ का घुसना
- सिर पर चोट लगना
- कान पर हवा का अचानक दवाब पड़ना
- बहुत तेज आवाज होना
- कान में किसी तरह की चोट लगना
- मध्य भाग में इंफेक्शन होना
- कान में रूई या किसी अन्य तरह की चीज डालना
- एक्जिमा या ईयर केनाल में जलन होना
- फंगस से होने वाला ईयर इंफेक्शन
कान बहने के लक्षण क्या है?
- कान से सफेद, हल्का पीला या भूरे रंग का स्राव होना
- दुर्गंध के साथ कान से तरल पदार्थ निकलना
- कान में दर्द होना
- व्यक्ति के कान में संक्रमण के कारण बुखार होना
- कान में सुन्नता या सनसनाहट होना।
- कान में सूजन होना या कान लाल (redness) हो जाना।
- सुनने में अचानक कठिनाई का अनुभव
कान बहने से बचाव कैसे करें?
- कान को साफ करने के लिए माचिस की तीली, पिन या किसी अन्य चीज का इस्तेमाल न करें।
- यदि नहाते समय आप कान में कॉटन डालकर नहाते हैं तो नहाने के बाद कान से कॉटन निकाल लें अन्यथा यह कान के कैनाल में फंस जाता है जिसकी वजह से कान बहने लगता है।
- स्तनपान करने वाले बच्चों की इम्युनिटी बेहतर होती है और ऐसे बच्चों के कान में इंफेक्शन नहीं होता है लेकिन अगर बच्चा बॉटल से दूध पीता है तो उसे सीधे लेटाकर दूध पिलाएं, इससे बच्चे को कान बहने की समस्या नहीं होगी।
- हवाई जहाज में यात्रा करते समय कान की पूरी सुरक्षा रखें।
- नहाने के बाद कान को अच्छी तरह से पोंछ लें या सुखा लें।
- यदि आप स्विमिंग करने के शौकीन हैं तो स्विमिंग करने के बाद कान में दवा डाल लें ताकि कान में इंफेक्शन न हो।
- धूम्रपान न करें, क्योंकि इससे कान में संक्रमण होता है और कान बहने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- यदि कान में खुजलाहट महसूस हो दो उसे खरोंचने के लिए किसी तेज यंत्र का प्रयोग न करें अन्यथा कान का पर्दा फट सकता है।
कान का बहना बंद करने के लिए घरेलु उपाए क्या है?
- मेथीदाना को दूध में भिगाकर पीस लें, इसके बाद इसे हल्का गरम करके कान में डालने से कान का बहना रुक जाता है।
- सूरजमुखी के पत्तों का रस तेल में मिलाकर कान में डालने से कान का बहना रुक जाता है।
- नीम के तेल में रुई भिगोकर कान में रखने से कान का बहना बंद हो सकता है।
कान बहने के लिए कौन से डॉक्टर को दिखाए?
Otolaryngologists
RELATED VIDEO :
- child health care tips : https://youtu.be/iAY_uSSJE_U
- Uti infections in children’s : https://youtu.be/ryswMaWFCmk
- Down syndrome symptoms : https://youtu.be/-8cENbESEcU
RELATED ARTICLE :
- Heart birth defects : https://www.healthsrainbow.com/blog/2022/07/14/
- Toddlers bite : https://www.healthsrainbow.com/blog/2022/04/21/
- Dermatitis in Kids : https://www.healthsrainbow.com/blog/2022/04/21/
VISIT OUR WEBSITE :
This video Covers the information about:
What is ear discharge? What is the cause of ear runny? What are the symptoms of a runny ear? How to prevent a runny ear? Which doctor to see for a runny ear?
PUBLISHED BY HEALTHS RAINBOW