HEART TRANSPLANT
हार्ट ट्रांसप्लांट क्या होता है?
हार्ट ट्रांसप्लांट को हिंदी में हृदय प्रत्यारोपण भी कहा जाता है। यह एक (Surgical Procedure) है, जिसमें एक रोगग्रस्त हृदय को सामान्य दाता (Donor) के हृदय द्वारा बदल दिया जाता है। यहां इस बात का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है, कि डोनर के हार्ट का साइज और ब्लड ग्रुप ‘प्राप्तकर्ता’ शरीर के अनुकूल होना चाहिए। डोनर का हार्ट आमतौर पर रिश्तेदारों से उचित सहमति प्राप्त करने के बाद एक ब्रेन डेड व्यक्ति से प्राप्त होता है।
हार्ट ट्रांसप्लांट कब होता है?
यदि किसी व्यक्ति का हृदय विफलता के अंतिम चरण में पहुंच गया हो, इस्कीमिक हृदय रोग(Ischemic heart disease), कार्डियोमायोपैथी (Cardiomyopathy), जन्मजात हृदय विकार (Congenital heart disease) आदि। – यदि किसी व्यक्ति में हृदय प्रत्यारोपण के बिना जीने की संभावना एक साल से ज्यादा न हो।
हार्ट ट्रांसप्लांट कैसे होता है?
नए दिल की स्थिति ऐसी होती है, ताकि दिल की कोठरिया और दोनों के दिलों की रक्त वाहिकाओं को जोड़ा जा सके ताकि एक प्रभावी जोड़ा दिल बन सके, ये प्रक्रिया मरीज के दिल को एक मौका देता है, ठीक होने का और अगर दाता का दिल फ़ैल हो जाता है अस्वीकृति के कारण तो उसे निकाल दिया जाता है मरीज के दिल को काम करने का मौका दे!
हार्ट ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है?
- यदि किसी व्यक्ति का हृदय बिलकुल भी ठीक से काम न कर पा रहा हो और व्यक्ति मरणासन्न अवस्था में पहुंच गया हो ऐसे में हार्ट ट्रांसप्लांट के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता।
- इसके अतिरिक्त हृदय में जन्मजात दोष और बेहद गंभीर बीमारी की हालत में भी हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा सकता है।
हार्ट ट्रांसप्लांट में कितना खर्चा आता है?
- ‘एम्स में एक हार्ट ट्रांसप्लांट में 1 लाख रुपये से भी कम खर्च आता है। बीपीएल मरीजों के लिए यह मुफ्त में किया जाता है।
- प्राइवेट अस्पतालों में इसमें 10 लाख रुपये से ज्यादा लगते हैं।
हार्ट ट्रांसप्लांट किस आयु वर्ग के लोगों के लिए बेहतर है?
- हार्ट ट्रांसप्लांट 60 वर्ष से कम उम्र के ज्यादातर युवा रोगियों को लाभ होता है।
- हालांकि, यह 70 वर्ष की आयु के रोगियों में भी किया जा सकता है, यदि रोगी शारीरिक रूप से स्वस्थ है।
- अधिक आयु वर्ग में सर्जिकल का जोखिम और प्रत्यारोपण रिजेक्शन दर अधिक होती है।
- इसके अलावा हृदय एक अनमोल अंग है, जो आमतौर पर युवा और उत्पादक आयु वर्ग के रोगियों के लिए आरक्षित होना चाहिए।
हार्ट ट्रांसप्लांट का रिकवरी टाइम क्या है?
- ट्रांसप्लांट सर्जरी के बाद रोगी को अस्पताल में लगभग 2 से 3 सप्ताह तक रहना पड़ता है।
- नियमित फिजियोथेरेपी सर्जरी के बाद रोगी को जल्दी ठीक होने में मदद करती है।
- अधिकांश रोगी को सर्जरी से 2 से 3 महीने में नियमित गतिविधियों को करने में सक्षम हो जाते हैं।
हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद क्या खाना चाहिए?
- ओट्स।
- लौकी।
- करेला।
- पालक।
- अंगूर।
- अनार।
- टिण्डा।
- मेथी।
- जीरा।
- हरा धनिया।
- इलायची।
- चेरी।
- स्ट्रॉबेरी।
- अख़रोट।
- एप्रिकॉट्स।
- हल्दी।
हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
- डिब्बा बंद पदार्थ।
- उपयोग किया हुआ तेल, घी।
- बासी खाना।
- न पचने वाले पदार्थ।
- ठंडा पानी।
- अचार।
- फ़ास्ट फ़ूड।
- शराब।
हार्ट ट्रांसप्लांट होने पर कौन से डॉक्टर को दिखाए?
- Cardiologist
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